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हरियाणा जींद के विवादित एसपी सुमित कुहाड़ महिला आयोग की अध्यक्ष के सामने पेश हुए।अपना पक्ष रखा?

सत्य ख़बर, फरीदाबाद, सतीश भारद्वाज:

हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया के कार्यालय में जिला जींद में तैनात रहे विवादित एसपी सुमित कुहाड़ मिलने पहुंचे। अपने ऊपर लगे आरोपों के बाद जींद के एसपी ने महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया के सामने अपना पक्ष रखा और कहा कि उनके ऊपर लगाये गये सभी आरोप निराधार,व ग़लत है, वह निर्दोष हैं। फिर भी अध्यक्ष ने डीजीपी शत्रुजीत कपूर को आरोपी एसपी को तुरंत प्रभाव से जिले से हटाने तथा छुट्टी पर भेजने के आदेश जारी कर दिए हैं।
बता दें कि कुछ महिला पुलिसकर्मियों ने जींद SP पर यौन शोषण के आरोप लगाया था। जिसके बाद महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया ने एसपी को तलब किया किया था। हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया के समक्ष पक्ष रखने के बाद जींद के एसपी सुमित कुमार मीडिया के सामने आए थे। महिला पुलिसकर्मियों द्वारा लगाए गए यौन उत्पीड़न के मामले पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि तमाम आरोपों के पीछे बहुत बड़ी साजिश है। अभी तक इस मामले में कोई भी तथ्य सामने नहीं आया है, केवल सोशल मीडिया पर ही शिकायत वायरल हो रही है। जिस पेज से शिकायत वायरल हुई है उस पेज को कुछ ही मिनटों बाद डिलीट कर दिया गया। एसपी सुमित ने कहा कि इस शिकायत के माध्यम से मेरा चरित्र हनन किया जा रहा है। मैं इस मामले में पूरी तरह बेकसूर हूं। वहीं हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने इस मामले में जांच अधिकारी आस्था मोदी को भी सबूत के साथ तलब किया था, लेकिन किन्हीं कारणों से आस्था मोदी फरीदाबाद नहीं पहुंच पाईं। इसके चलते उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से महिला आयोग की चेयरपर्सन के सामने अपनी बात रखी खी और उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले में उचित जांच की जाएगी। वहीं महिला आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि जांच अधिकारी जिला जींद में तैनात करीब 200 महिला कर्मचारियों से भी पूछताछ करेगी चाहे इसके लिए कुछ समय लग जाए। उन्होंने बताया कि एसपी ने भी अपनी सफाई पेश करते हुए कहा कि मेरी जांच किसी से भी करा ली जाए। आयोग की अध्यक्ष ने कहा इस मामले की अगली सुनवाई फरीदाबाद में ही 7 नवंबर को की जाएगी। महिला आयोग सदैव पीड़ित महिला के सदा साथ खड़ा है।
हालांकि हरियाणा पुलिस ने जिस यूट्यूब पर की मेल से पत्र वायरल हुआ है उस पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
अब देखना यह होगा कि इस मामले का नतीजा क्या सामने आता है या अन्य मामलों की तरह ही लीपा पोती कर ठंडा बस्ती में अन्य मामलों की तरह डाल दिया जाता है। लोगों में चर्चाएं है कि इतना बड़ा किसी अधिकारी के ऊपर संगीन आरोप लगाना कोई छोटी बात नहीं है। इसकी जांच तो हरियाणा पुलिस से नया कर कर किसी स्वतंत्रता अन्य एजेंसी से करनी चाहिए। क्योंकि इस तरह के मामले पहले भी कई सुर्खियों में आ चुके हैं। वह भ्रष्टाचार के तो मामले हरियाणा पुलिस पर बहुत ही लग चुके हैं जिनमें गुड़गांव पुलिस विभाग काफी सुर्खियों में रहा है।

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